जौनपुर :उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, जौनपुर के प्रधानाचार्य प्रो० आर०बी० कमल के संरक्षण में
सांस्कृतिक अध्यक्ष, डा० साधना अजय द्वारा नवप्रवेशित विद्यार्थियों की “वाइट कोट सेरेमनी” का आयोजन आज बड़े उत्साह और गरिमामय वातावरण में शैक्षणिक भवन के लेक्चर थिएटर में किया गया। समारोह का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को चिकित्सा पेशे की मर्यादा, अनुशासन एवं सेवा भावना से परिचित कराना रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि “वाइट कोट पहनना केवल सम्मान नहीं बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी भी है। चिकित्सा शिक्षा का यह दिवस विद्यार्थियों के जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव होता है, जो उन्हें समाज सेवा के मार्ग पर अग्रसर करता है।” सफेद कोट केवल एक परिधान नहीं, बल्कि यह दया, संवेदना और मानवता की सेवा का प्रतीक है। चिकित्सक को सदैव अपने कर्तव्य को सर्वोच्च स्थान देना चाहिए।” जब आप यह कोट पहनते हैं, तो यह समाज के प्रति आपकी निष्ठा और रोगियों के प्रति आपकी संवेदनशीलता की प्रतिज्ञा है। चिकित्सा पेशा केवल ज्ञान अर्जित करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन को स्पर्श करने की कला है-जहाँ हर निर्णय, हर मुस्कान और हर शब्द किसी के जीवन में आशा की किरण बन सकता है। मैं आप सभी को यह संदेश देना चाहता हूँ कि अपने जीवन में ईमानदारी, अनुशासन और करूणा को सदैव सर्वोच्च स्थान दें। याद रखिए, एक चिकित्सक का सबसे बड़ा पुरस्कार उसके मरीज की मुस्कान होती है। अपने माता-पिता, शिक्षकों और समाज के प्रति कृतज्ञ रहें, क्योंकि उनकी प्रेरणा और आशीर्वाद ही आपकी सफलता का आधार है। आप सभी को इस नए सफर के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ- आपका यह “सफेद कोट” सदैव पवित्रता, सेवा और समर्पण का प्रतीक बना रहे।
इस अवसर पर डीन एकेडमिक, प्रो० तबस्सुम यासमिन, डीन रिसर्च, प्रो० रूचिरा सेठी, उप-प्रधानाचार्य, प्रो० आशीष यादव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, प्रो० ए०ए० जाफरी एवं सभी विभागो के विभागाध्यक्ष व नवप्रवेशित छात्र/छात्राएं उपस्थित रहें।






