जौनपुर – लोक निर्माण खंड के लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड में अधिशासी अभियंता पर लगाए चंद्र प्रकाश के द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर अनियमित की भी शिकायत प्रकाश में आई है आपको बता दें कि प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता राजेंद्र प्रसाद के द्वारा अपने निवास स्थान बांदा जाने के लिए सरकारी गाड़ी का उपयोग कर हमेशा बांदा अपने निवास स्थान जौनपुर से प्रयागराज से लखनऊ,लखनऊ से वापस जौनपुर 650 किलो मीटर लिखा जाता है पर जाते हैं बांदा 15 अगस्त को भी कार्यालय में ध्वजारोहण के बाद सरकारी परमिट वाहन नंबर UP 62 CT 1889 से अपने निवास स्थान बांदा जाने के लिए सरकारी वाहन का उपयोग कर शासनादेश का पालन न करने का मामला प्रकाश में आया है, यही नहीं बाकी अन्य लगे वाहन भी बिना परमिट के हैं जो शासनादेश के विरुद्ध है!
आपको बताते चलें की प्रांतीय खण्ड में बेलदार,मेट इत्यादि सभी सरकारी चतुर्थ कर्मचारी, संविदा कर्मी अपनी ड्यूटी छोड़कर अधिशासी अभियंता के ऑफिस के बाहर देखे जा सकते हैं यह भी कहा गया है कि अधिशासी अभियंता ने बेलदार, मेट व चौकीदार को अपने अधिकारियों और अपनी सुख सुविधाओं के लिए अपने अधिकारियों व अपने आवासों पर अपनी सुविधा अनुसार नियुक्त किया गया है!
शिकायत मिलने पर जिसकी जांच की गई तो सत्य पाया गया एक दिन नहीं 10 दिन फोटो खींची गई सभी बेलदार, मेट अधिशासी अभियंता के ऑफिस के बाहर ही खड़े मिले आपको बता दे कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिशासी अभियंता के द्वारा जब से जौनपुर का कारभार संभाला है तब से भ्रष्टाचार में लिप्त राजेंद्र प्रसाद प्रांतीय खण्ड के अधिशासी अभियंता ने भ्रष्टाचार की चरम सीमा को पार कर शासनादेश की अनदेखी कर अपनी नौकरी को अंजाम दे रहे हैं, जहां कर्मचारियों को चतुर्थ कर्मचारी मेट, बेलदार के साथ 2 चौकीदार को जहां होना चाहिए वह ड्यूटी पर अपने स्थान पर नहीं रहते हैं!
निर्माण खंड में भ्रष्टाचार का यह आलम है कि भ्रष्टाचार करने के बाद भी समाचार लिखने पर धमकिया दी जाती है लेकिन शायद निर्माण खण्ड जौनपुर के अधिकारियों को यह नहीं पता की कलम में कितनी ताकत है, जितनी धमकी दोगे उससे ज्यादा लिखा जाएगा और कुछ नहीं आप कर पाओगे बल्कि खुलासा प्रूफ के साथ किया जाएगा !
