रिपोर्ट दानिश इकबाल

दबंगो को नहीं रहा कानून का डर
जौनपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला हनुमान घाट में स्थित जेवरात बनाने वाले कारीगर की दुकान पर हमला करके उसे ले जाकर कमरे में बंद कर मारा पीटा गया। जेवरात कारीगर को मारते हुए पुनः उसकी दुकान पर तोड़फोड़ किया और उसका सोना लेकर चले गए। घटना शुक्रवार लगभग शाम 5:00 बजे की है कि इम्तियाज जो लगभग 15 वर्षों से हनुमान घाट स्थित जेएलपी कटरे में सोने की जेवरात बनाने की दुकान चलाता है। उसकी दुकान पर आधा दर्जन से अधिक की संख्या में पहुंचे लोगों ने उसे जबरदस्ती पकड़ लिया और कटरे में स्थित एक मकान में बंद कर उसे बुरी तरह मारपीट कर आरोप लगाया कि तुम्हारे चाचा के लड़के उसका सोना लेकर भाग गए है जिसकी भरपाई तुमको करना पड़ेगा।

इम्तियाज अहमद ने जब यह कहा कि उसके चाचा के लड़के से उसका कोई लेना-देना नहीं है तो बात बिगड़ गई इसी बात पर रमाशंकर सेठ और उनके लड़के तथा कुछ सहयोगी उसे मारते पीटते हुए फिर उसकी दुकान पर आए और जेवरात बनाने के लिए रखा हुआ सोना जबरदस्ती लेकर चले गए। इस संबंध में रमाशंकर सेठ ने आरोप लगाते हुए दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा कि सोना लेकर भागने वाले उनके रिश्तेदार हैं और यह उनका पता ठिकाना अच्छी तरह से जानते हैं। सोना कोई और ले गया और आरोप लगाकर उसके रिश्तेदार को दुकान में बंद करके दबंगों की तरह पीटना चर्चा का विषय बना हुआ है। इम्तियाज ने बताया कि रमाशंकर सेठ ने अपना सोना बनाने के लिए उसके चचेरे भाई को दिया था जिसकी दुकान अलग है कारोबार अलग है उसे रमाशंकर सेठ का क्या लेना देना है उसको कोई जानकारी नहीं मुझे अचानक से रास्ते में रोक लिया गया उसके बाद नदी के किनारे स्थित आवास पर ले जाकर बुरी तरह पीटा गया पीटते हुए दुकान पर लाया गया दुकान पर आकर कैमरे को तोड़ा गया मेरी दुकान पर रखा सोना लूट लिया गया मेरे भाई को भी अपने घर में बैठा लिया जब मैं पुलिस को शिकायत की और बताया कि मेरे भाई भी उनके कब्जे में है तो पुलिस के साथ जाकर मैं अपने भाई को लेकर आया पुलिस रमाशंकर को भी कोतवाली लेकर आई तो रामशंकर ने सिर्फ 22 ग्राम ही सोना पुलिस को दिया जबकि मेरा सोना लगभग 300 ग्राम के आसपास था जो मेरी वर्षों की कमाई है और मेरे ग्राहकों का सोना है जो मैं बनाने के लिए लाया था। उसने कहा जो गलत किया है उसे सजा मिले मुझे इंसाफ चाहिए मैं निर्दोष हूं। आसपास के दुकानदार भी मेरा सपोर्ट कर रहे हैं। मैं उच्च अधिकारियों तक न्याय के लिए गुहार लगाऊंगा। फिलहाल अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है।