
जौनपुर। चंद्र प्रकाश सिंह अध्यक्ष वेलफेयर एसोसिएशन लोक निर्माण विभाग जौनपुर के द्वारा अधिशासी अभियंता राजेंद्र प्रसाद प्रांतीय खंड जौनपुर के संबंध में जिलाधिकारी जौनपुर को एक प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया है कि अधिशासी अभियंता राजेंद्र प्रसाद जनपद जौनपुर में 3 वर्षों से है।
भ्रष्टाचार को लेकर इनका दो बार ट्रांसफर भी किया जा चुका है लेकिन उसके बाद राजेंद्र कुमार प्रसाद हाई कोर्ट से स्टे लेकर रुक जाते हैं। चंद्र प्रकाश सिंह का कहना है कि अधिशासी अभियंता राजेंद्र प्रसाद ने विगत 3 वर्षों में प्रांतीय खंड को खोखला कर दिया है वहीं बताया गया कि मार्च माह में 7 से 8 करोड रुपए का विभाग को फर्जी भुगतान करके विभाग को भी चूना लगाया गया है।
आपको बताते चले की चंद्र प्रकाश सिंह के द्वारा बताया गया जब तक की लेखा अधिकारी राममिलन यादव प्रांतीय खंड में ईमानदारी और निष्ठा से कार्य कर रहे थे जिससे प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता राजेंद्र प्रसाद के द्वारा भ्रष्टाचार नामुमकिन था लेकिन राजेंद्र प्रसाद के द्वारा प्रांतीय खंड के लेखाधिकारी राममिलन यादव को छुट्टी लेने के लिए राजेंद्र प्रसाद के द्वारा बाध्य कर दिया गया।
जिससे राममिलन यादव लेखा अधिकारी मजबूरी में मार्च माह में छुट्टी पर चले गए, साथ में यह भी बताया कि जो घोटाले 7 से 8 करोड़ के हुए हैं वह मार्च 2025 में राजेंद्र प्रसाद के द्वारा जो किया गया वह राममिलन लेखा अधिकारी के रहते नहीं कर पा रहे थे जिसके कारण उन्होंने मार्च माह में जबरदस्ती राममिलन यादव को छुट्टी देकर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गयाजिसमें दो ए.ई भी शामिल है,
पहले अखिलेश यादव और दूसरे ए.पी यादव,अध्यक्ष चंद्र प्रकाश यादव वेलफेयर एसोसिएशन लोक निर्माण विभाग जौनपुर के द्वारा जिलाधिकारी को पत्र देकर राजेंद्र प्रसाद के द्वारा 7 से 8 करोड़ के घोटाले कि जांच के संबंध में चंद्र प्रकाश सिंह द्वारा कहा गया है कि राजेंद्र प्रसाद अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड के द्वारा किए गए गबन की जांच प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश एवं किसी बड़ी एजेंसी से करने की मांग की गई है।